सिर्फ बचत करना बेकार है...। Only Saving is not Effective...|
दोस्तो,
हमारे जीवन मे पैसे की अहमियत क्या है वो हम सब लोग भली भांति जानते है, इस के बारे में काफी अच्छी समझ है हम सब को, तो अब रही बात अपने जीवन मे पेसो को बढाने की... तो पैसे को इकठ्ठा सिर्फ दो तरीको से किया जा सकता है...
1. कमाई
2. बचत
कमाई तो बढ़ेगी तब बढ़ेगी, पर बचत पर हमारा काफी हद तक कंट्रोल है...।
तो आज के आर्टिकल का विषय है कि हम अपने बच्चों को बचत करने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा प्रेरित कैसे करे???
जनरली आप ने ऑब्जर्व किया होगा... की हर माता-पिता की एक कॉमन चिज होती है कि वो अपने बच्चों को बचपन से ही Saving मतलब की बचत के बारे में ही सिखाते रहते है... वो सिखाते है कि जीवन मे हमेशा पैसा बचाते रहना चाहिए...।
तो में उन पेरेंट्स से पूछना चाहता हु की, आप की बात मानकर आप के बच्चे सच मे पैसे बचाने लगते है???
अगर सेविंग करते भी होंगे तो वो सिर्फ 5% बच्चे...
बाकी तो 25-30 साल की मेच्योर उम्र से पहले वो लोग पैसा बचाने से ज़्यादा उड़ाने में मस्त होते है...। जो एक बेहद बड़ी समस्या है...।
Saving का दूसरा बड़ा माईनस पॉइंट ये है कि आप 10 साल कड़ी महेनत से आप 5 लाख रुपये तो जोड़ लेते हो... पर महँगाई से तुलना करने पर उस 5 लाख की वैल्यू उस वक्त 3 लाख से भी कम रह जाती है...। तो सीधा सीधा बोले तो सिर्फ और सिर्फ Saving करना उन पेसो को गवाना है...।
तो इस का सॉल्यूशन क्या हो सकता है??? इस चीज़ के बारे में इस आर्टिकल में डिसकस करूगा...।
पेरेंट्स अपने बच्चों को Saving सिखाते है ये बहोत अच्छी बात है, पर ज़्यादातर पेरेंट्स उन्हें Investing का ज्ञान नही देते ये दिक्कत वाली बात है...। एक उदाहरण देता हूं, जिस को रिलेट कर के आप इसे एकदम आसानी समझ सके...
Ex:
मानो के आप का बेटा 20 साल का है और जहां वो नोकरी करता है वहां से उसे हर महीने 10 हजार पगार मिलती है...। उस के अपने खर्चे और सब कट करने के बाद भी वो हर महीने 2 हजार जितना बचा ही लेता है...।
और इस सिचुएशन में आप ने उसे पैसा सेव करना सिखाया तो है... पर वो ये सोचेगा की अरे सिर्फ 2 हजार से में क्या कर लूंगा...??? तो वो ये 2 हजार या तो महीने के चाय नास्ते पे उड़ा देगा... बर्थ डे आया तो कही खर्च कर आएगा... या काफी महँगा फोन ले आएगा जिस का EMI 2 हजार ज़्यादा भी देना पड़े... या वो पैसा फिर बिना ज़रूरत की चीज़ों पर उड़ा ही देगा...।
पर अगर हम उसे दिखा दे, की ये जो 2 हजार बचा रहे हो, ये सिर्फ 2 हजार नही है... ये भविष्य के 4 हजार है और लंबे भविष्य के 4 लाख और 4 करोड़ भी हो सकते है...। तो 80% चांस है कि उस की सोच बदल जाए और वो सच मे पैसा बचाने लगे...।
पर शर्त सिर्फ एक ही है, की उसे Investment सिर्फ दिखाना नही, सिखाना भी पड़ेगा...।
आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेर ज़रूर करे...।
और इस विषय मे आप की अपनी कोई राय या प्रश्न हो तो आप मुझे कमेंट के ज़रिए भी बता सकते है...।
- कवि मौलिक
सही बात है । बचाना नहीं कामना सीखना जरूरी है बचत तो एक वक्त के बाद समझ ही आ जाता है।
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