संदेश

शेर मार्केट | Share Market Explained in Hindi |

चित्र
शेर मार्केट में उपयोग में आने वाले शब्द और उन की जानकारी: सेबी : ये एक गवर्मेंट बॉडी है, जो शेर मार्केट के नीति नियम बनाने का काम करती है, एक अर्थ में उसे अंकुश में रखने का काम करती है, जीस से आम इंसानों के साथ होते हुए फ्रॉड को रोका जा सके...। शेर ब्रोकर : SEBI में रजिस्टर्ड ब्रोकर के वहां कोई भी अपना डीमेट अकाउंट खुलवाकर शेर्स की बाईंग सेलिंग शुरू कर सकते है...। डीमेट अकाउंट : शेर ब्रोकर के वहा एक अलग से ट्रेडिंग अकाउंट खोलना पड़ता है, जिस से शेर्स की बाईंग सेलिंग हो सके, और ये ट्रेडिंग अकाउंट ट्रेडर के बैंक अकाउंट से सीधा लिंक होता है...। जिस से ट्रेडर अपना पैसा जब चाहे डाल सकता है और निकाल सकता है...। स्क्रिप्ट : शेर मार्किट की किसी भी एक ही पार्टिक्युलर कम्पनी को स्क्रिप्ट कहते है...। बुलिश मार्केट : मार्केट या कोइ भी स्क्रिप्ट ऊपर की ओर भाग रही हो तो उसे बुलिश मार्केट कहेंगे...। बियरिष मार्केट : मार्केट या कोइ भी स्क्रिप्ट नीचे की ओर भाग रही हो तो उसे बियरिष मार्केट कहेंगे...। ट्रेडर : जे व्यक्ति लंबे समय तक स्टॉक को होल्ड ना करते हुए फायदा या कम से कम नुकसान ले

सिर्फ बचत करना बेकार है...। Only Saving is not Effective...|

चित्र
दोस्तो, हमारे जीवन मे पैसे की अहमियत क्या है वो हम सब लोग भली भांति जानते है, इस के बारे में काफी अच्छी समझ है हम सब को, तो अब रही बात अपने जीवन मे पेसो को बढाने की... तो पैसे को इकठ्ठा सिर्फ दो तरीको से किया जा सकता है... 1. कमाई 2. बचत कमाई तो बढ़ेगी तब बढ़ेगी, पर बचत पर हमारा काफी हद तक कंट्रोल है...। तो आज के आर्टिकल का विषय है कि हम अपने बच्चों को बचत करने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा प्रेरित कैसे करे??? जनरली आप ने ऑब्जर्व किया होगा... की हर माता-पिता की एक कॉमन चिज होती है कि वो अपने बच्चों को बचपन से ही Saving मतलब की बचत के बारे में ही सिखाते रहते है... वो सिखाते है कि जीवन मे हमेशा पैसा बचाते रहना चाहिए...। तो में उन पेरेंट्स से पूछना चाहता हु की, आप की बात मानकर आप के बच्चे सच मे पैसे बचाने लगते है??? अगर सेविंग करते भी होंगे तो वो सिर्फ 5% बच्चे... बाकी तो 25-30 साल की मेच्योर उम्र से पहले वो लोग पैसा बचाने से ज़्यादा उड़ाने में मस्त होते है...। जो एक बेहद बड़ी समस्या है...। Saving का दूसरा बड़ा माईनस पॉइंट ये है कि आप 10 साल कड़ी महेनत से आप 5 लाख रुपये तो जोड़ लेते हो... प

राफेल फ़िज़ूल है | Rafale is Fail | राफेल तो फेल है...

चित्र
राफेल तो फेल है... क्योकि इस से पापिस्तान की हवा टाइट हो जाएगी... जो देश के गद्दारो को कतई रास नही आएगा, तो उन्हें तो फेल ही लगेगा...। राफेल तो फेल है... क्योकि चाइना अब हम से पहेले से ज़्यादा डरेगा... और ये बात हमारे देश मे छुपे हुए चाइनीज़ दलालो को हज़म थोड़ी न होगी, तो उन्हें तो फेल ही लगेगा...। राफेल तो फेल है... क्योकि राफेल के आने के बाद भारत और फ्रांस के बीच के व्यापारिक संबंधों को भी अच्छा ग्रोथ मिलेगा... और देश को डुबाने का सोचने वाले ये बर्दास्त थोड़ी ना कर पाएंगे, तो उन्हें तो फेल ही लगेगा...। राफेल तो फेल है... क्योकि देश की सुरक्षा मज़बूत होने के कारण दुनिया के कई अन्य बड़े बड़े देश हम से दुश्मनी का न सोचकर दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाएंगे... देश का बुरा चाहने वाले ऐसा होने पर गुस्सा तो होंगे ना... तो उन्हें तो फेल ही लगेगा...। राफेल तो फेल है... क्योकि की पहेले की सरकारों ने बड़े प्रयत्न किए, पर कुछ भी कर के राफेल को लाने में असक्षम रहे... और ये सरकार अपने वादे के मुताबिक राफेल हमारे देश मे ले आई, तो उन को ये बात तो खटकेगी ही... तो उन्हें तो फेल ही लगेगा...। राफेल तो फेल है..

Ram Mandir is Not Necessary... राम मंदिर बनाना अयोग्य है...।

चित्र
राम मंदिर बनाना अयोग्य है... उस जमीन पर एक स्कूल बनवा दो... बड़ी बड़ी ज़मीने खाली पड़ी है, बना शको तो वहां बनवा दो...। राम मंदिर बनाना अयोग्य है... उस जमीन पर एक अस्पताल बनवा दो... आप ने कितनी भूमि दान की??? अगर की है, तो वहां बनवा दो...। राम मंदिर बनाना अयोग्य है... इतने पैसों से गरीबो को खिला पिला दो... आपने ने कितने गरीबो खिलाया??? पहेले हमे ज़रा ये तो बता दो...। राम मंदिर बनाना अयोग्य है... इतने पैसों से गरीबी कम करो... आपने मूवी जाते वक्त ये सोचा कभी, अरे भैया कुछ तो शरम करो...। और जिन को मंदिर बनने की खुशी नही है, या फिर राममंदिर का विरोध करते है, उन के लिए...👇👇👇 अगर आप हिन्दूविरोधी है, तो बरनोल लगा लो... और अगर आप हिन्दू है, तो DNA चेक करवा लो...। कड़वा लगे तो माफी... राम राम जी...

फ्रॉड Apps से दूर रहे | Be Aware Of Fraud Apps.

चित्र
आज कल चाइना का बायकॉट चल रहा है... जो एक हद तक सही भी है...। और ऐसे माहौल में कई सारी नई नई Apps भी मार्केट में आने लगी है... जो चाइनीज़ एप को रिप्लेस कर सके...। सब से पहेले तो ये बात क्लियर कर लो... की चाइनीज़ एप पर बेन क्यों लगाया गया...??? भारत - चाइना बॉर्डर पर काफी तंग हालात हो गए थे और जंग जैसी स्थिति खड़ी हो गई थी...। तो इस माहौल में चाइनीज़ Apps पर भरोसा रखना खतरे से खाली नही था...। क्योकि ऐसा सम्पूर्णतः हो सकता है कि ये Apps हमारे देश का निजी Data चाइना सरकार को दे, जो हमारे देश और सरहद पर खड़े जवानों के लिए नुकसानदायी हो सकता है...। और इसी शंका के चलते भारत सरकार ने इन चाइनीज Apps को बेन किया...। अब बात करता हु मार्केट में आने वाली नई नई Apps के बारे में... जो बायकॉट चाइना और स्वदेशी के नाम से अपना ब्रांड केम्पेन चला रहे है, और अभी के हालातों का फायदा उठाकर अपने डाउनलोड भी बढ़ा रहे है...। में आप सब लोगो से सिर्फ इतनी बिनती करना चाहता हु की कोई भी App दिखते ही उसे बायकॉट चाइना या स्वदेशी के नाम पर तुरंत ही डाउनलोड ना कर ले... - क्योंकि हो सकता है, की वो App भी फ्रॉड हो औ

Bewafa Sanam | Funny Poetry

चित्र
आज में एक दिल टूटे हुए आशिक का गम बया करने आया हु... पैसे कम थे, पर उस पर उड़ाया करता था, पित्ज़ा बर्गर ऑन डिमांड खिलाया करता था...। अपने दोस्तो को चाय की टपरी पर, और उस की सहेलियों को डोमेनोज़ ले जाया करता था...। हमे तो गर्लफ्रैंड ने लूटा, दोस्तो में कहा दम था…? उस की सहेलियां भी डकैत निकली, इस बात का हमे गम था...। उसे पटाने को हमने, लाख लाख नखरे उठाए… सहते गए सितम, जो उस ने हम पर ढाए… हमारी लाचारी की हद तो तब हो गई... जब उस के चिरकुट बाप के लिए भी, सड़कछाप शेर सुनाए...। वो हमारी हो जाएगी, ऐसा हमे भरम था… तीर सीधा वही आ लगा, जहाँ हमारा बम था...। रात के अंधेरो में भी, उससे मिलने जाना पड़ता था… गली के कुत्तो के लिए भी बिस्किट ले जाना पड़ता था...। पर कुत्ते हर बार फेवर नही करते, कभी कभी पिछवाड़े इंजेक्शन लगवाना पड़ता था...। वफ़ा हमने की, वो बेवफा सनम था… यू डिज़र्व समवन बेटर, वो बड़ा बेशरम था...। प्यार का कीड़ा काट लिया, पछताना तो पड़ता है… गले में घँटा बांध लिए, निभाना तो पड़ता है...। खुजली पहेले हम ही को थी जनाब, क्या करे… अब खुजाना तो पड़ता है...। हम रह गए साला उस का दर्द बांटने में, पर

राष्ट्रवाद | Nationalism | देशभक्ति

चित्र
अब भारत मे न जाने क्यों ऐसा माहौल हो गया है, की राष्ट्रवाद शब्द सुनते ही कुछ लोगो को लगता है कि ये लोग कोई एक राजनैतिक पक्ष, एक संगठन या तो फिर एक विचारधारा की बात कर रहे है...तो सब से पहले तो हमे ये मिसकन्सेप्शन दूर करना होगा। राष्ट्रवाद को कोई एक पक्ष, संगठन या विचारधारा से लेना देना नही है। राष्ट्रवाद की भावना एक एक भारतीय नागरिक में होनी चाहिए। उसे सामान्य शब्द में कहेने जाए तो राष्ट्रवाद का मतलब है देशभक्ति… और देशभक्ति तो हर एक भारतीय में होनी ही चाहिए। जिस मिट्टी में आप जनम लेते हो, उस मिट्टी के लिए ज़्यादा कुछ ना कर सको तो कोई बात नही, पर उस मिट्टी या उस देश को आप की वजह से अपमानित ना होना पड़े… उस चीज़ का खयाल रखना भी बहोत बड़ी देशभक्ति है। देशभक्ति या राष्ट्रवाद का नाम सुनते ही हमारे मन मे सर्व प्रथम उदाहरण हमारे देश के फौजी नौजवान का ही आता है। अगर आप फौज में हो… तो तो कोई प्रश्न ही नही है आप के राष्ट्रवाद पर… पर अगर वहां नही जा सकते… तो एक सामान्य नागरिक की हैसियत से ये सारे काम तो कर ही सकते हो अपने राष्ट्रवाद या देशभक्ति के लिए… - अगर आप यहां वहां कचरा ना फैला कर